२३ जून शुक्रवार के दिन शनि वक्री होकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने वाला है जो इस राशि में २५ अगस्त शुक्रवार तक वक्री रहेगा। इस समय के दौरान शनि २ महीनों तक टेढ़ी चाल से चलेगा। जिसके कारन कई राशियों पर शुभ तो कुछ राशियों पर अशुभ प्रभाव रहेंगे। आइये आज हम जाने किन राशियों पर शुभ और किन राशियों पर अशुभ प्रभाव रहेगा।
शनि को न्याय का कारक ग्रह के रूप में माना जाता है। शनि के टेढ़ी चाल और राशि परिवर्तन से कुछ राशियों पर शनि के साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा और कुछ राशियों पर शनि की ढय्या का।
१) मेष:
इस राशि पर शनि के ढय्या का प्रभाव रहेगा। शनि के वक्री होने के कारण इस राशि के लोग किसी-न-किसी तरह के मानसिक तनाव से परेशान रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कार्य से सम्बंधित कुछ बदलाव हो सकते हैं। इस राशि से शनि आठवीं राशि में वक्री होगा जिसके कारण यात्रा का योग बनेंगे। आर्थिक समस्या हो सकती है। इस दौरान फिजूल खर्च से बचें। व्यापारी कोई नए निवेश न करें और यदि किये गए निवेश से फायदा न मिल रहा हो तो धैर्य रखें। किसी से अपनी योजना न बताएं। कुछ पुराने दोस्तों से मुलाकात हो सकती है।
उपाय: प्रत्येक शनिवार हनुमान जी की पूजा करें और मंदिर में दीपक जलाएं।
२) वृषभ:
इस राशि से शनि सातवीं राशि में वक्री हुआ है। इसी कारण शनि की नजर इस राशि के लोगों के ऊपर रहेगा। शनि के वक्री होने से इस राशि वालों को फायदे और शुभ फल की प्राप्ति होगी। कार्य क्षेत्र में स्थान परिवर्तन और महत्वपूर्ण बदलाव के योग है। आर्थिक समस्या ख़त्म होगी। रुके हुए धन की प्राप्ति होगी। शनि की टेढ़ी नजर माता के भाव पे होने से माता का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल होने के योग हैं। नौकरी में इनकम बढ़ोतरी हो सकती है। कार्य सम्बंधित कुछ बड़े लोगों से मुलाकात के योग बनेंगे।
उपाय: गाय को रोटी खिलाएं।
३) मिथुन:
इस राशि के लिए शनि का प्रभाव शुभ रहेगा। कार्य करने वाले लोग अपने काम में ज्यादा व्यस्त रहेंगे। व्यापार करने वाले लोग यदि अपना व्यापार बढ़ने के बारे में सोच रहे हैं तो वो अपना व्यापार बढ़ा सकते हैं। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। यदि कोई संपत्ति सम्बंधित विवाद है तो वो ख़त्म होंगे। आर्थिक उन्नत्ति होगी। यात्रायें कर सकते हैं जो कार्य से सम्बंधित होंगे। अपने पारिवारिक जीवन का ध्यान रखे इस दौरान क्योंकि काम में ज्यादा व्यस्त होंगे। अपने वाणी पे नियंत्रण रखें।
उपाय: शनि मंदिर या हनुमान मंदिर में 8 बादाम अर्पित करें।
४) कर्क राशि:
शनि के वक्री होने से इस राशि के लोग मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं। शनि इस राशि से पांचवीं राशि में प्रवेश करेगा। इसके कारण कोई भी योजना बनाने में परेशानी आ सकती है। इसलिए यदि कुछ नए और अच्छे योजना बना रहे है तो ये समय शुभ नहीं है। नकारात्मक को छोड़ सकारत्मक बने रहना जरुरी है। धन लाभ हो सकते हैं। इस राशि के लोगों को अपने पिता से दूर रहकर सफलता प्राप्त होगी। संतान सम्बन्धी परेशानियां आ सकती हैं। इस राशि के विद्यार्थी को कई सारे परेशानियां और रुकावटें आ सकती है। कुछ प्रमुख लोगों से मुलाकात हो सकती है, जिसका फायदा आपको भविष्य में मिलेगा। अपने क्रोध पर काबू रखें। अपने भावनाओं पे भी नियंत्रण रखें। नहीं तो खुद का नुकसान हो सकता है।
उपाय: कौआ को पूड़ी खिलाएं।
५) सिंह राशि:
इस राशि पर शनि की टेढ़ी नजर रहेगी। शनि की ढय्या भी इस राशि के लोगों के ऊपर रहेगा। यात्रा के योग बनेंगे। जो भविष्य में फायदेमंद साबित होगा। ये यात्रा धर्म से जुड़ा होगा। मंगल कार्य होंगे घर में। अपने माता-पिता का ध्यान रखें, स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। कोई भी नए काम करने से बचें, क्योंकि शनि वक्री है। हमेशा सावधानी और सोच-समझकर फैसले लें। शनि इस राशि से चौथे स्थान पे है, इस कारणवश संपत्ति और वाहन के लिए ये समय अच्छा नहीं होगा।
उपाय: किसी गरीब मनुष्य को जूते-चप्पल दान करें।
६) कन्या:
इस राशि वालों के लिए शनि का वक्री होना शुभ रहेगा। धन लाभ होंगे। यात्रा के योग हैं जो फायदेमंद साबित होगा। पुराने मित्रों से मुलाकात होंगे। जो महत्वपूर्ण काम को पूरा कर सकते हैं। स्थान परिवर्तन हो सकते हैं। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
उपाय: कुत्ते को रोटी खिलाएं।
७) तुला:
इस राशि के ऊपर शनि के साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। इसीकारण से ये समय सुख-दुःख से मिला-जुला रहेगा। म्हणत ज्यादा करनी पड़ेगी, लेकिन उसका परिणाम कम मिलेगा। सहस में कमी आएगी। दुश्मन परेशान कर सकते हैं। लेकिन न्याय से जुड़े मामले ख़त्म हो सकते हैं। ऋण सम्बन्धी काम पुरे होंगे। लेकिन किसी को उधार देने से बचें रहें। कड़वी बातें करने से बचें। विवादों से भी बचें।
उपाय: उड़द या तिल का दान करें। हो सके तो अपने वजन के बराबर इन चीजों का दान करें।
८) वृश्चिक:
कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। नौकरी करने वाले लोग जो इस राशि के है उन्हें अपने कम को सावधानी से करना होगा। किसी भी दूसरे लोगो पे भरोसा करके अपना व्यापार व् कामकाज न छोड़ें। इस राशि के लोगों के अंदर सकारात्मक परिवर्तन होंगे। शनि के साढ़ेसाती का प्रभाव है जिसके कारण ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। प्रभाव के कारण मेहनत का पूर्ण फल नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
उपाय: कांसे की थाली में मीठा तेल भरकर उस तेल में अपना मुख देखें और थाली सहित उस तेल का दान करें।
९) धनु:
इस राशि के ऊपर भी साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। जिसके कारण खर्चा बढ़ेगा। परिवार में क्लेश और विवाद बढ़ेंगे। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहेगी। मेहनत अनुसार परिणाम नहीं मिलेंगे। स्वाभाव बदलेगा। ध्यान करें क्योंकि नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव भी होंगे। तन-मन से सात्विक रहें। मुसीबत में पुराने व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। कोई बड़ा निवेश करने से बचें। नए कम करने से भी बचें। असफलता मिलेगी शनि के वक्री होने से। यात्रा का योग बनेगा।
उपाय: नारियल को काले कपड़े में लपेटकर १०० ग्राम कला तिल, उड़द, जौ को एक साथ नदी में प्रवाहित करें। निरंतर ध्यान करें।
१०) मकर:
इस राशि के जातक के मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भाई और दोस्तों से सहयोग प्राप्त होगा। जीवन व्यवस्थित होंगे। धर्म की और झुकाव होगा। वर्तमान क्षण में बने रहें। शनि देव की कृपा बनी रहेगी। नौकरी में पद की उन्नत्ति हो सकती है। यात्राओं के योग बनेंगे। शनि की थेड़ी नजर से आलस्य आ सकती है इसलिए इसका त्याग करें नहीं तो नुकसान हो सकता है।
उपाय: भैरव मंदिर में सरसों के तेल का दीप प्रज्वलित करें।
११) कुंभ:
ये समय आपके लिए शुभ है। इस समय किस्मत का भरपूर साथ रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। अच्चे सुख की प्राप्ति होगी। यात्रा के योग बनेंगे जो लाभ प्रदान करेगा। रुके हुए कम ख़त्म होंगे। सेहत ठीक रहेगी। वाहन से सावधानी बनाये रखें। व्यवसाय करने वाले लोगों को नए सौदे प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी करने वालों के लिए ये समय अच्छा है। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नत्ति होगी। मेहनत के पुरे फल प्रदान होंगे।
उपाय: स्वस्तिक चिन्ह को नारियल पर सिंदूर-चमेली के तेल साथ मिलकर बनाये और हनुमान जी को समर्पित करें।
१२) मीन:
महत्वपूर्ण योजना शुरू हो सकती है। धर्म की और झुकाव होगा। धन लाभ होंगे। आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। दूर रह रहे लोगों या बाहरी व्यक्ति से अच्छे खबर प्राप्त होंगे। यात्रा के योग बनेंगे। पिता से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। शत्रुओं से सम्बंधित विचार बार-बार दिमाग में आएंगे। धन सम्बंधित परेशानियां आ सकती है। अपने कर्म करें। क्योंकि किस्मत आपको उतना ही साथ देगी जितना कर्म करेंगे।
उपाय: शनि देव को तेल अर्पित करें।
ये समस्त जानकारियां ज्योतिष शास्त्र के अनुसार है|
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