Lord Kubera is known to be the son of Visrava and also the grandson of Brahma. He resides on Mount Kailasa and is also called Dhanpati or the banker of heaven. He is the treasurer of God and the trustee of wealth and food grains. Lord Kubera represents the Ashta Dikpalas, that is in the north direction; therefore, he’s also called Uttaradisha. In the Hindu scripture, he’s depicted as the king of kings (Rajaraja).
भगवान कुबेर विश्रवा के बेटे और ब्रह्मा के पौत्र के रूप मे जाने जाते है| वो कैलाश पर्वत पे रहते है और उन्हें धनपति या स्वर्ग का बैंकर कहा जाता है| वह भगवान के कोषाध्यक्ष, धन और खाद्यान्न के संरक्षक है। भगवन कुबेर आस्था दिक्पाल को प्रतिनिधित्व करते हैं, जो उत्तर दिशा मे हैं, इसलिए इन्हें उत्तरदिशा के नाम से भी जाना जाता हैं| हिन्दू शास्त्र में इन्हें राजाओं के राजा(राजाराज) के नाम से जाना जाता हैं|
Kuber Puja Vidhi involves worshipping Lord Kuber, the money handler of the wealth and riches. Lord Kuber is worshipped along with deity Lakshmi, the deity of wealth.
कुबेर पूजा विधि मे भगवान कुबेर की पूजा शामिल रहती हैं जो धन और संपत्ति को धारण किये रहते हैं| भगवान कुबेर के साथ माँ लक्ष्मी, धन की देवी की पूजा की जाती है|
He is usually portrayed as a dwarf who has a fair complexion and a fat belly. He has 3 legs, eight teeth, one eye and is heavily ornamented. In short, he’s a tiny man who lives within the depths of earth and guards the buried treasure, which includes gold, jewels, silver and also the 9 Nidhis. He uses Pushpak Viman (a flying chariot) to travel the entire world. He carries a purse containing cash, a mace, a bowl, a fruit made up of Brass (Ashta-dhatu) and a stone.
श्री कुबेर जी छोटे कद के हैं जिनका रंग गोरा हैं और उनका पेट मोटा हैं| उनके पास ३ पैर, ८ दांत, एक आँख और पुरे आभूषण से अलंकृत है| एक तौर पे कहा जाय तो वो एक छोटे कद के आदमी हैं जो पृथ्वी के गहराई मे रहते हैं और गुप्त धन की रक्षा करते है, जिसमे सोने, गहने, चांदी और 9 निधिस भी शामिल है। भगवन कुबेर पुरे विश्व का भ्रमण करने के लिए पुष्पक विमान का उपयोग करते है| वो अपने साथ धन, गदा, एक कटोरी, ब्रास का बना फल और एक पत्थर रखते है|
Kuber Mantra (कुबेर मंत्र)
Kubera mantra is chanted as follows “Om Yakshyaya Kuberaya Vaishravanaaya Dhanadhanyadi Padayeh Dhana-Dhanya Samreeddhing me Dehi Dapaya Swaha”
कुबेर मंत्र इस प्रकार बोला जाता हैं: “ॐ यक्षायै कुबेरायै वैष्णवायै धनधान्याधिपते धनधान्यसमृद्धेन में देहि दाप स्वाहा:”
DhanTeras Kuber Puja for Wealth (धन के लिए धनतेरस कुबेर पूजा)
During the Kuber puja, vedic codes, vedic sukta mantras along with vedic codes and rituals are chanted. This pujan is completed on the day of Dhanteras. you can attend this pujan as it is carried out in Navgrah Mandir (Khargone, Madhya Pradesh). Rigorous vedic rituals are followed by the pundits so that the blessings of Lord Kubera for prosperity and wealth can be obtained.
कुबेर पूजा के दौरान वैदिक सूत्र, वैदिक मंत्र के साथ उच्चारण किया जाता हैं| ये पूजा धनतेरस के दिन किया जाता हैं| आप इस पूजा मे उपस्थित हो सकते है, जो नवग्रह मंदिर( खरगोन, मध्य प्रदेश ) मे किया जाता हैं| कठोर वैदिक अनुष्ठानों पंडितों के द्वारा किया जाता हैं, इसलिए समृद्धि और धन के लिए भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है|
Benefits of Lord Kuber Puja (कुबेर पूजा के लाभ)
Those who are facing issues related to cash or business ought to go for tantric pujan. This way the obstacles in the different fields of life can be removed.
ऐसे लोग जो धन या व्यापर मे नुकसान से जूझ रहे हैं उन्हें तांत्रिक पूजन करना चाहिए| इस तरह से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बाधाओं को हटाया जा सकता है।
The benefits of Kubera puja are as follows (कुबेर पूजा के लाभ इस प्रकार है)
- Abundant prosperity and wealth (प्रचुर मात्रा में धन और समृद्धि)
- Faster recovery of the debts (ऋण की तेजी से वसूली)
- Protection from poorness and debts (दरिद्रता और कर्ज से संरक्षण)
- Expansion in business (व्यवसाय में विस्तार)
- Increase in the bank balance (बैंक बैलेंस में वृद्धि)
- Removal of any curse (किसी भी अभिशाप का हटना)