मंदिर एक ऐसी जगह जहाँ जाने से ही मन को शांति मिलती है। लेकिन आज के समय में कई ऐसे लोग है जो मंदिर किसी कारण से नहीं जा पाते हैं। आज हम जानेंगे किस प्रकार एक छोटे से काम के द्वारा हम मंदिर जाने जितना पूण्य की प्राप्ति कर सकते हैं और मन को शांति भी मिल सकती है।
शास्त्रों में हर एक चीज के लिए कई सारे रास्ते बताये गए हैं। आज हम उनमे से ही एक बात के बारे में जानेंगे। शास्त्रों के अनुसार यदि कोई मनुष्य किसी कारण-वश प्रतिदिन मंदिर जा के भगवान का दर्शन नहीं कर पाता है तो उस मनुष्य को जिस जगह मंदिर का शिखर दिखाई दे, उस जगह से भगवान को मन से याद कर लेना चाहिए। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार यदि हम किसी मंदिर के शिखर का भी दर्शन करते है तो इससे मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बराबर ही फल मिलता है।
जितना महत्वपूर्ण मंदिर में विराजमान भगवान की प्रतिमा या मूर्ति है उतना ही महत्वपूर्ण मंदिर का शिखर भी है। इस शास्त्रों में एक श्लोक के द्वारा बताया गया है।
शिखर दर्शनम् पाप नाशम्।
इसलिए शिखर के दर्शन मात्र से भी हमारे सभी पापों का नाश हो जाता है और मन को शांति भी मिलती है। आपके पास यदि प्रतिदिन मंदिर जाने का समय नहीं है तो किसी भी मंदिर के शिखर को दर्शन करके अपने ईष्ट देव को नमन कर सकते है। इससे मानसिक शांति की भी अनुभूति होती है।