हम सभी के जीवन मे धन की बहुत महत्ता हैं| क्योंकि हमें पता हैं अगर इस जीवन को चलाना हैं तो हमें धन की जरुरत तो होगी ही| इसलिए अपने घर और परिवार को खुश रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अधिक से अधिक धन और सभी तरह की सुख-सुविधाएँ की चाहत होती हैं| प्रत्येक कामना करते हैं की उनके पास अधिक मात्रा मे धन हो ताकि ताकि वो जो चाहे और जब चाहे उसे खरीद सकें |
हम भी यही सोचते हैं और इस चाहत को पूरा करने के लिए हम खूब सारी मेहनत भी करते हैं और हमें हमारे मेहनत के अनुसार धन की प्राप्ति भी होती हैं, लेकिन कभी-कभी वो धन हमारे पास आकर भी हमारे पास से ऐसे गायब हो जाता हैं जैसे वो हमारे पास आया ही नहीं था| ये परेशानी केवल आपकी ही नहीं हैं, बल्कि ये और लोगों की भी परेशानी हैं| ऐसा समय भी हमारे पास आता हैं जब हमारे ऊपर कंगाली के बादल मंडराने लगते हैं| इसलिए आज हम आपको ऐसी कुछ चीजें बताऊंगा जिसे अगर आप अपनाए तो आप इन सारी आर्थिक समस्या से दूर रहेंगे|
यदि आप थोड़ा सा भी शास्त्रों पे आस्था और विश्वास रखते हैं और उन्हें मानते हैं की शास्त्र ज्ञान जीवन को सुधारने मे मदद करता हैं तो चलिए जाने कुछ चीजों के बारे मे जो हमें कभी भी किसी से नहीं मांगनी चाहिए | हमारे शास्त्रों मे विद्यमान शंख लिाखि त स्मृतिा के अनुसार 7 चीजों का वर्णन किया गया हैं, जिन्हें किसी से मांगकर और यदि उन चीजों का इस्तेमाल किया जाय, तो वो चीजें हमारे लिए नुकसानदायक सिद्ध होती हैं|
१) किसी से धन की मांग न करें:
हम हमेशा किसी से धन की मांग करते हैं की अगर कोई हमें इतना धन दे तो मै उसे बाद मे दे दूंगा| और अगर कोई हमें मांगने पे धन नहीं देता तो या तो हम उसे धमकाते हैं या हम उनसे छीन लेते हैं| शंख लिाखि त स्मृतिा के अंतगर्त हमें कभी भी दूसरे से धन न ही मांगना चाहिए और ना ही हमें गलत तरीके से धन छीनना चाहिए| कई बार लोग बेईमानी करके किसी से बहुत सारे धन को लोगों से छीन लेते हैं| शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति ऐसा करता हैं तो ऐसे लोगों के घर मे माँ लक्ष्मी का वास नहीं होता हैं और अगर उस घर मे माँ लक्ष्मी हैं तो वो घर का त्याग कर देती हैं| इस कारण वश वो व्यक्ति धीरे-धीरे कंगाल होना शुरू हो जाता हैं|
२) कभी भी किसी दूसरे के बिस्तर पर ना सोएं:
ये बात पढ़कर आपको जरूर अजीब लगेगा लेकिन विद्यमान शंख लिाखि त स्मृतिा के अनुसार हमें कभी भी दूसरों के बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए | ऐसा करने से जीवन मे आर्थिक समस्या शुरू होने लगती हैं|
३) दूसरे के वस्त्र को ना पहने:
हम हमेशा किसी कभी-कभी दूसरे के कपड़े पहन के कही पे चले जाते हैं या जब हमे जल्दी कहीं जाना होता हैं और हमारे पास धुले हुए कपड़े नहीं होते हैं तो उस वक्त भी हम अपने किसी के कपड़े पहन के चलें जातें हैं| लेकिन शंख लि खिात स्मृतिस के अनुसार सिर्फ दूसरों के बिस्तर पे ही नहीं बल्कि किसी के कपड़े भी हमें नहीं पहनना चाहिए| ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता हैं|
४) दूसरे की गाड़ी:
अगर हमारे दोस्त के पास कोई गाड़ी है और हमें चलाना आता हैं तो जाहिर सी बात हैं हम अपने दोस्त से उसकी मांग करते हैं| लेकिन कभी भी अपने दोस्त की गाड़ी मांगकर नहीं चलाना चाहिए| क्योंकि शंख लि खिात स्मृतिस के अनुसार ऐसा करने से आप खुद ही अपने पैर पे कुल्हाड़ी मारने का काम करते हैं| किसी से गाड़ी मांगकर चलाने से हमारे धन की क्षति होती हैं| इसके पीछे कारण ये हैं की जब हम किसी की गाड़ी मांगते हैं तो उस समय उस गाड़ी पे गाड़ी के मालिक की हो सकती हैं नकारात्मक ऊर्जा व्याप्त हो जो आपके उपयोग करने से वो आप मे व्याप्त हो जाय और आप उस नकारात्मक ऊर्जा से परेशान हो जाएँ |
५) दूसरों का अन्न:
शंख लिनखिीत स्मृतिन के अनुसार जब आप बिना कुछ मेहनत किये अगर आप किसी के यहाँ भोजन या खुद के यहाँ भोजन करते हैं तो ये सब गलत हैं| अपने भोजन को पाने के लिए आपको खुद ही मेहनत करना चाहिए | हमारा तात्पर्य ये नहीं हैं की जब आप किसी के घर मेहमान बनकर खाना खाने जा रहें हैं तो आपको मेहनत करना चाहिए उस भोजन को प्राप्त करने मे| हमारा कहने का तात्पर्य ये हैं की कभी भी किसी के ऊपर अपने भोजन का बोझ ना दें अगर आप खुद ही सक्षम हैं अपना भोजन को बन के खाने मे तब| अगर आप ऐसा करते हैं की किसी भी तरह की मेहनत किये बिना आपको भोजन मिले तो समझ लीजये की ये आपके कंगाल होने का संकेत हैं|
६) पराई स्त्री से सम्बन्ध:
अगर कोई भी व्यक्ति खुद के शादीशुदा जीवन से निकल कर किसी पराई स्त्री पे नजर रखता हैं या उससे सम्बन्ध बनता हैं तो आगे आने वाले समय मे उस व्यक्ति की आर्थिक स्थिति ख़राब होने वाला हैं और वो निश्चय ही कंगाल होने वाला हैं|
७) खुद का घर बनाए :
जच लोगों की हरकत होती है की वो हमेशा किसी ओर के घर मे रहते हैं, कभी भी खुद के घर मे नहीं रहते हैं और कुछ लोग तो ऐसे होते हैं की अगर कोई घर बहुत शक्लों से खली पड़ा हैं तो वो बिना घर के मालिक से पूछे अपनी मर्जी से उस घर मे रहने लगते हैं| वो इसका कोई भी हर्जाना नहीं भरते हैं| इसी कारण वश आने वाला समय मे व्यक्ति बर्बाद हो जाता हैं| समय ही उसे बर्बादी के कगार पे ल के खड़ा कर देती हैं|