जानिए कैसे और किस मुहूर्त में करें धन्वन्तरि पूजा

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी को हम लोग धनतेरस का त्यौहार मनाते है | इस बार ये त्यौहार २८ अक्टूबर (शुक्रवार) को है |  इस दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है | इसी दिन से ही दिवाली पर्व शुरू हो जाता है | इस दिन भगवान धन्वन्तरि की पूजा करते है | कब और किस शुभ मुहूर्त में करे पूजा …

कैसे और किस दिन  प्रकट हुए थे भगवान धन्वन्तरि- धनतेरस को भगवान धन्वन्तरि की विशेष पूजा की जाती है | पुराणों में बताया गया है की देवताओं व दैत्यों ने जब समुद्र मंथन किया तो उसमे से कई रत्न निकले | समुद्र मंथन के अंत में भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए | ये दिन कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रियोदशी ही थी | इसीलिए इस दिन को भगवान धन्वन्तरि का प्रकटोत्सव के रूप में मनाया जाने लगा | इन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है |

धनतेरस में धन्वन्तरि भगवान की पूजा विधि- सबसे पहले नहाकर साफ कपडे पहने | भगवान धन्वन्तरि की मूर्ति या चित्र को साफ करके धुले हुए या पूजा स्थान के पास स्थापित करें और खुद पूरब दिशा की और मुख करके बैठे और इस मन्त्र से भगवान धन्वन्तरि  का जप करें-

“सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं,

अन्वेषित च सविधिं  आरोग्यमस्य |

गूढं निगूढं औषध्यरूपम, धन्वंतरिं च सततं प्रणमामि नित्यं ||”

इसके बाद पूजा स्थल पर आसन देने की भावना से चावल चढ़ाएं, जल अर्पित करें | भगवान धन्वन्तरि के चित्र या मूर्ति पर गंध, अबीर (गुलाल), पुष्प, रोली, आदि चढ़ाएं | चांदी या किसी भी बर्तन में खीर का भोग लगाएं, और फिर जल अर्पित करें | मुख शुद्धि के लिए पान, लौंग, सुपारी भी चढ़ाएं | धन्वन्तरि भगवान को वस्त्र (मौली)अर्पित करें | इसके बाद शंखपुष्पी, तुलसी, ब्राह्मी आदि पूजन औषधियां भी भगवान को अर्पित करें |

अगर कोई रोग हो और उसका निवारण चाहते है तो इस मन्त्र का जाप करें-

 “ॐ रं रूद्र रोग नाशाय धनवंतर्ये फट् |”

इसके बाद भगवान धन्वन्तरि को श्रीफल व दक्षिणा चढाएं |

पूजा का शुभ मुहूर्त-

घर के लिए-

सुबह ०८:०० से ०९:२५ बजे  तक

सुबह ०९:२५ से १०:४२ बजे  तक

शाम ०४:१० से ०५:३० बजे तक

ऑफिस के लिए-

सुबह ०६:३४ से ०८:०० बजे तक

दोपहर १२:०५ से ०१:३० बजे तक

कारखाना या फैक्ट्री के लिए-

सुबह ०६:३४ से ०८:०० बजे तक

शाम ०४:१० से ०५:३० बजे तक

 

 

Book online Pandit for Diwali call us +91 9009444403

ये समस्त जानकारियां जयोतिषीय शास्त्र के अनुसार है परंतु इनको अपनाने से पहले किसी ज्योतिषीय विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है | आपकी कुंडली दिखा कर इन बताये प्रयोगों को करे |

अगर आप जानकारी चाहते है तो संपर्क करे हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से |  अगर किसी भी तरह की परेशानी है, जिस से आप मुक्ति चाहते है,या आपके जीवन, कुंडली से सम्बंधित जानकारी चाहते है, तो सलाह ले हमारे जाने माने ज्योतिषीय सलाहकारों से कॉल करे (Call Us+91 9009444403 या हमे व्हाट्सएप्प (Whatsapp) पर सन्देश (Message) भेजे एवं जानकारी प्राप्त करे |

नोट:-  सलाह शुल्क सिर्फ ५०० रुपये| (Consultancy Fee Rs 500