मंगल दोष एक अक्सर पाया जाने वाला ज्योतिषीय दोष है। मंगल ग्रह प्राचीन संस्कृत भाषा में मंगल या खुज के रूप में जाना जाता है। यदि मंगल ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली चार्ट के 1, 2, 4, 7, 8 और 12वें स्थान या घर में मौजूद हो तब इस ज्योतिषीय स्थिति को आमतौर पर मंगल दोष के रूप में कहा जाता है | वो लोग जिनको यह दोष है उन्हे. मांगलिक के रूप में जाना जाता है।
एक व्यक्ति के ज्योतिष चार्ट में कुल बारह स्थान या घर रहते हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया है छह घरों में से किसी में मंगल ग्रह के ग्रह की उपस्थिती को मंगल दोष का कारण माना जाता है। यह दोष खुज दोष या अंगारका दोष के नाम से भी जाना जाता है।
इस दोष के लक्षण
- पुरुष या स्त्री दोनो मांगलिक हो सकते है।
- मंगल ग्रह सम्मान, ऊर्जा, अहंकार और आत्म सम्मान का प्रतिनिधित्व करता है। मांगलिक व्यक्तियों को अपने साथियों के साथ काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- मांगलिक व्यक्तियों की ऊर्जा आग की तुलना की जाती है। इसलिए इस ऊर्जा को सही दिशा में और कुछ रचनात्मक कार्य करने में इस्तेमाल करने की जरूरत है, या अन्यथा इसका बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है |
- मंगल दोष वैवाहिक जीवन, मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है, और यह वित्तीय नुकसान का भी कारण होता है।
- यदि एक मांगलिक व्यक्ति का जन्म मंगलवार को होता है, तो इसका प्रभाव निरस्त रहता हैं।
- इसके अलावा दो मांगलिक व्यक्तियों के बीच शादी होने पर इसका नकारात्मक प्रभाव नष्ट हो जाता है
मंगल दोष का प्रभाव
जब मंगल ग्रह प्रथम घर में स्थित है |
यह सामान्य रूप से विवाहित जीवन को प्रभावित करता है। यह शारीरिक उत्पीड़न और हिंसा को जन्म दे सकता है। इस तरह के व्यक्ति तनाव, संकट, जुदाई या यहां तक कि तलाक आदि से तक घ्रसित हो सकते है।
जब मंगल ग्रह दूसरे घर में स्थित है |
इससे व्यक्ति का परिवारिक जीवन प्रभावित होता है। यह भी वैवाहिक जीवन और व्यावसायिक जीवन में बाधाएं पैदा करता है।
जब मंगल ग्रह चतुर्थ घर में स्थित है |
यह आपके पेशे पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है | इस तरह के एक व्यक्ति का पेशा अक्सर असफल होता है | इस दोष के व्यक्ति . को हमेशा वित्तिया संकट से गुज़रना पड़ता है |
जब मंगल ग्रह सातवे घर में स्थित है |
इस तरह के व्यक्ति परिवार के सदस्यों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने में सक्षम नहीं होते है, जिस कारण इनसे मानसिक बीमारियो का सामना करना पड़ता है |
जब मंगल ग्रह आठवे घर में स्थित है |
इस तरह के व्यक्ति पैतृक संपत्ति खो देते है | इस प्रकार के व्यक्ति आलसी होते है और अपने बड़ों के साथ तालमेल बनाए रखने में सक्षम नहीं होते |
जब मंगल ग्रह बारहवे घर में स्थित है |
इन मांगलिक व्यक्तियों दुश्मन होते है | वह भी मानसिक समस्याओं और वित्तीय घाटे से त्रस्त रहते है |
इसके दुष्प्रभाव कम करने के उपाय
- मंगल ग्रह के लिए उपवास करना
- कुंभ विवाह
- मन्त्र उच्चारण
- दान और प्रसाद
- रत्न की अंगूठी पहनना
- नवग्रह और हनुमान मंदिरों में जाकर पूजा करना