भारतीय केलेंडर एवं हिंदू पांचांग के अनुसार आने वाली २२ अप्रैल को है राम भक्त हनुमान जयंती हनुमान जयंती हिन्दुओ दुवारा बड़ी धूम धाम से मनाई जाती है, राम भक्त महाशक्ति सुरूप हनुमान जी को पूजते हुए पथ संचालन होता है जिसमे समस्त हिंदू समाज धार्मिक सधभावना एवं बड़ी धूम धाम से शामिल होता है |
इस दिन किए गये कुछ खास उपाय आपकी दरिद्रता हमेशा के लिए समाप्त कर सकते है –
सिंदूर का चोला
हनुमान जी की प्रतिमा पर तिल के तैल मे सिंदूर मिलकर चोला चढ़ाए | चोला चढ़ाते समय इस मंतरा का जप करे –
“सिंदुरम शोभनम रक्तम सौभाग्यसुखवार्धनम |
शुभदम चैव मांगलयँ सिंदुरम प्रतिग्रहताम ||”
सिंदूर नारियल
एक नारियल पर सिंदूर लगाए ओर मौलि यानी लाल धागा लपेटें, इसके बाद ये नारियल हनुमान जी को चढ़ाए|
पुष्प अर्पण
हनुमान जी को लाल या पीले फूल जैसे कमल, गुलाब, गेन्दा या सूरयमूखी फूल नियमित रूप से चड़ाने पर भी सुख प्राप्त होते है|
लड्डू का भोग
हनुमान जी को सुबह-सुबह नारियल या गुड से बने लड्डू का भोग लगाना चाहिए |
चंदन – केसर
हनुमान जी की मूर्ति पर लाल चंदन मे केसर मिलाकर लगाए, इस से अशांति और घर का क्लेश दूर होता है |
चमेली के तैल का दीपक
चमेली के तैल का पाँच बत्तियों वाला दीपक हनुमान जी के सामने जलाए एवं इस मंतरा का जप करे
“साज्यम च वर्तिसम युक्त वहिनाम योजितम मया|
दीपं ग्रहान देवेश प्रसीद परमेश्वर ||”
दक्षीणामुखी या पंचमुखी हनीमाण मंदिर के दर्शन
दक्षीणामुखी या पंचमुखी हनीमाण मंदिर के दर्शन करें और नारियल चढ़ाए, इसके बाद उनके चरणों का सिंदूर अपने मस्तिष्क पर लगाए, इस से शनि के साथ ही कुंडली के सभी दोष दूर होते है |
आँकड़े का फूल
हनुमान जी को आँकड़े के फूल चड़ाने से भी कार्यो मे आ रही बाधाए दूर होती है और कम समय पर पूरा होता है |
चुरमे का भोग
यदि दोपहर में हनुमान जी की पूजा करते है तो उस पूजा में घी और गुड का भोग लगाए, या गेंहू की मोटी रोटी बनाए और उसमें घी और गुड मिला कर चुरमा बनाए फिर इस चुरमे का भोग लगाए |
- हनुमान जी को लाल फुलो के साथ जनैउ, सुपारी भी अर्पित करना चहिय|
- गाय के सुध घी से बने पकवान का भोग हनुमान जी को कभी लगाया जा सकता है|
- यदि शाम को या रात में हनुमान जी पूजा करते हैं तो फल का भोग, विशेष रूप से लगाना चाहिए|