महामृत्युंजय मंत्र, एक ऐसा मंत्र है जिसके प्रभावों और शक्तियों की व्याख्या हमारे कई शास्त्रों और पुराणों में मिलता है। ये मंत्र भगवान शिव का सबसे प्रभावशाली मंत्र है। ये मंत्र इतना प्रभावशाली है की इस मंत्र के पाठ से मनुष्य की सारी बाधाओं और परेशानियों का नाश होता है। इस मंत्र का रोजाना रुद्राक्ष की माला से जप करने से होने वाले असमय मृत्यु भी दूर हो जाती है। आज हम जानेंगे इस महा मंत्र के प्रभावों के बारे में।
दोषों का अंत:
महामृत्युंजय मंत्र के जप करने से कई दोषों का अंत होता है, जैसे- मांगलिक दोष, कालसर्प दोष, भूत-प्रेत दोष,रोग, गर्भनाश, इत्यादि कई दोषों का नाश होता है।
मंत्र पाठ के लाभ:
१) दीर्घायु (लम्बी आयु):
महामृत्युंजय मंत्र के जप करने से लम्बी आयु प्राप्त होती है। इसका नियमित पाठ करने से ाकल मृत्यु का अंत होता है।
२) मान-सम्मान की प्राप्ति:
इस मंत्र का जप करने से समाज में मनुष्य को मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। यदि किसी को हमेशा प्रत्येक जगह अच्छे कामों के लिए सम्मान नहीं प्राप्त होता है उन्हें इस मंत्र का नियमित पाठ करना चाहिए।
३) आरोग्य की प्राप्ति:
इस मंत्र के उच्चारण और पाठ से मनुष्य न केवल निर्भय बल्कि आरोग्य की प्राप्ति करता है। इस मंत्र के जप से रोगों का नाश होता है तथा मनुष्य निरोगी बनता है।
४) संतान की प्राप्ति:
जो मनुष्य महामृत्युंजय का पाठ नियमित रूप से करता है, उनके ऊपर भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। उनकी हर मनोकामना की पूर्ति होती है। संतान की प्राप्ति होती है।
५) संपत्ति की प्राप्ति:
यदि आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। इससे धन से जुड़ी सभी समस्याओं का नाश होगा। धन-संपत्ति की प्राप्ति होगी।
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