रत्न की अंगूठी जिसका धारण हम ज्योतिषाचार्य के सलाह पर धारण करते हैं। ये रत्न कई तरह और कई नामों से जाने जाते हैं। कौन से रत्न किसे धारण करना चाहिए ये जातक की कुंडली को देखकर बताया जाता है। लेकिन कुछ लोग कछुए वाली अंगूठी भी पहनते हैं। लेकिन क्या हमें पता है इसे धारण करने के फायदे क्या हैं? आज हम जानेंगे की क्यों कछुए की अंगूठी धारण करना चाहिए तथा इसके फायदे क्या है?
कछुए वाली अंगूठी को वास्तु के अनुसार उत्तम माना गया है। इसे धारण करने से न केवल कई दोष समाप्त होते हैं बल्कि आत्मविश्वास में वृद्धि भी होती है।
पौराणिक कथा के अनुसार कछुए को सकारात्मक और उन्नति का प्रतिक माना गया है। कछुआ श्री हरी का अवतार भी माना गया है। कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान श्री हरी ने कछुए का रूप धारण किया था। माँ लक्ष्मी स्वयं इसी मंथन से उत्पन्न हुई थी। इसी कारन से इसे वास्तु में उत्तम माना जाता है। इसे जिव धैर्य, शांति, निरंतरता तथा समृद्धि का प्रतिक माना गया है।
सावधानी इसे धारण करने से पूर्व:
१) वास्तु के अनुसार कछुए वाली अंगूठी हमेशा चंडी से बनी होनी चाहिए। यदि किसी दूसरी धातु का प्रयोग करना चाहें जैसे सोने या कोई अन्य तो कर सकते हैं। इसके लिए कछुए के आकार को चांदी में बनवाकर उसके ऊपर सोने का डिजाइन या रत्न को जड़वा सकते हैं।
२) इसे बनवाते वक्त ध्यान रखें की कछुए का शीश वाला भाग धारण करने वाले मनुष्य की और होना चाहिए। क्योंकि यदि ये बाहर की और होगा तो इससे धन आने की बजाय हाथ से चला जायेगा।
३) इसे हमेशा सीधे हाथ की मध्यमा या तर्जनी अंगुली में धारण करना चाहिए। इसे हमेशा शुक्रवार के दिन ही धारण करना चाहिए। इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
किस प्रकार पहने:
शुक्रवार के दिन अंगूठी को खरीदें और घर आकार माँ लक्ष्मी की मूर्ति तय तस्वीर के समक्ष कुछ देर रख दें। तत्पश्च्यात इसे दूध और पानी के मिश्रण से धोएं और अंत में अगरबत्ती से पूजा कर धारण करें। पूजा करते वक्त यदि माँ लक्ष्मी के बीज मन्त्रों का जप किया जाये तो सबसे अच्छा है।
बीज मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
ये समस्त जानकारियां वास्तु शास्त्र के अनुसार है|
अगर आप किसी भी प्रकार की जानकारी चाहते है तो संपर्क करे हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से | अगर किसी भी तरह की परेशानी है, जिस से आप मुक्ति चाहते है,या आपके जीवन, कुंडली से सम्बंधित जानकारी चाहते है, तो सलाह ले हमारे जाने माने ज्योतिषीय सलाहकारों से कॉल करे (Call Us) +91 9009444403 या हमे व्हाट्सएप्प (Whatsapp) पर सन्देश (Message) भेजे एवं जानकारी प्राप्त करे |
नोट:- सलाह शुल्क सिर्फ ५०० रुपये| (Consultancy Fee Rs 500)